आज हम एक छोटे से गांव में बाढ़ की कहानी(Jadui Kagaj Ka Gnav) पढ़ेंगे, “जादुई कागज का गांव”
Short Story in Hindi | Kids Stories |
Short Story in Hindi | Jadui Kagaj Ka Ganv | Kids Story
एक बार एक चमनपुर गांव में कुछ लोग निवास करते थे। सभी लोग खुशी खुशी अपना जीवनयापन करते थे। एक दिन उस गांव में बहुत तेज अंधकार आया। और गांव के बुजुर्गो को मौसम विभाग से जानकारी मिली थी। आज बहुत तेज बारिश होने वाली है और अगले कई दिनों तक बारिश नही रुकने वाली है। और देखते ही देखते गांव में बहुत तेज बारिश होने से बाढ़ आ गई। गांव के सभी लोग जल्दी जल्दी गांव के दूसरी और जाने लगे। और एक खास परिवार जिसमे चिंटू नाम का 12 साल का लड़का और उसके माता पिता और दादा जी रहा करते थे। चिंटू के दादाजी ने तेज बारिश और गांव के सभी लोगो को दूसरे किनारे जाता देख अपने बहु और बेटे से भी चलने को कहा। लेकिन गांव दूसरी ओर खाने की कोई सुविधा नहीं थी। जिसको देखते हुए गांव के लोगों ने घर में जितना भी राशन बचा था उसे लेकर गांव की दूसरी ओर चल दिए। अब देखते ही देखते गांव के सभी घर पूरी तरह बाढ़ में डूब गए थे। लेकिन अब बारिश रुकने का नाम ही नही ले रही थी और कुछ दिन बीतने के बाद राशन भी खत्म हो चुका था। अब क्या किया जाए ? ये सोचते हुए सभी लोग खाने का सामान ढूंढने निकले। लेकिन कुछ भी न मिलने की वजह से थक हार कर सभी वापस आ गए। तभी चिंटू के मां ने बताया कि हमारा कुछ राशन घर के दूसरे कोने में रखा हुआ है। लेकिन वहा से राशन लायेगा कौन ? तब चिंटू के पापा और दादा जी दोनो बाढ़ के पानी में तैरते हुए घर वापस जाते है और वो राशन लेकर आते है। अब कुछ दिन और बीतने के बाद वो राशन भी खत्म हो जाता है। अब गांव के सभी लोग इंद्र देव से प्रार्थना करते है – हे इंद्र देव! हम पर ऐसा अत्याचार न करे। हमारी सहायता करे। तब इंद्र देव प्रकट होते है और गांव के लोगों से कहते है इसमें में आपकी कोई सहायता नही कर सकता। तभी गांव के लोग _ हे इंद्र देव अब हमारे खाने का राशन भी खत्म हो चुका है। अब हम क्या करेंगे, तब इंद्र देव चिंटू को एक जादुई कागज देते है और कहते है कि तुम इस पर जो भी लिखोगे वो तुम्हारे सामने होगा और तीन अधिक होगा। ये कहकर इंद्र देव गायब हो जाते है। अब चिंटू उस जादुई कागज से खाने की व्यवस्था करता है और सच वो तीन गुना हो जाता है। कुछ दिन बाद बारिश रुक जाती है। तब गांव के सब लोग बहुत खुश होते है। और वापस गांव जाते है और देखते है कि उनका घर एक दम सुरक्षित है। अब गांव के सभी बहुत खुश थे और इंद्र देव को धन्यवाद देते है। चिंटू भी बहुत खुश हो गया क्योंकि उनका घर बिलकुल सुरक्षित था।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरुर बताएं। ऐसी ही और जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे।
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